🚩🔱 ❄ «ॐ»«ॐ»«ॐ» ❄ 🔱🚩
🌹🌸🌹!:: भजनामृतम् ::!🌹🌸🌹
※══❖═══▩ஜ ۩۞۩ ஜ▩═══❖══※
🌹🌟 राधे नाम संग हरि बोल 🌟🌹
※❖ॐ∥▩∥श्री∥ஜ ۩۞۩ ஜ∥श्री∥▩∥ॐ❖※
गुरु चरणन् में ध्यान लगाऊं।
ऐसी सुमति हमे दो दाता ॥
मैं अधमाधम पतित पुरातन।
किस विधि भव सागर तर पाऊं ।
ऐसी दृष्टि हमें दो दाता।
खेवन हार गुरु को पाऊं ॥
गुरु चरणन् में ...
गुरुपद नख की दिव्य ज्योति से।
निज अन्तर का तिमिर मिटाऊं ।
गुरुपद पदम पराग कणों से।
अपना मन निर्मल कर पाऊं ॥
गुरु चरणन् में ...
शंखनाद सुन जीवन रन का
धर्म युद्ध में मैं लग जाऊं ।
गुरुपद रज अंजन आँखिन भर।
विश्वरुप हरि को लख पाऊं ॥
गुरु चरणन् में ...
भटके नहीं कहीं मन मेरा।
आँख मूंद जब उनको ध्याऊं ।
पीत गुलाबी शिशु से कोमल।
गुरु के चरण कमल लख पाऊं ॥
गुरु चरणन् में ध्यान लगाऊं ॥
※❖ॐ∥▩∥श्री∥ஜ ۩۞۩ ஜ∥श्री∥▩∥ॐ❖※
🌹۞☀∥ राधेकृष्ण: शरणम् ∥☀۞🌹
※❖ॐ∥▩∥श्री∥ஜ ۩۞۩ ஜ∥श्री∥▩∥ॐ❖※
🌹: कृष्णा :: श्री राधा प्रेमी :🌹
https://plus.google.com/113265611816933398824
🌹एक बार प्रेम से बोलिए ..
🌸 जय जय " श्री राधे ".....
🌹प्यारी श्री ..... " राधे "🌹
※══❖═══▩ஜ ۩۞۩ ஜ▩═══❖══※
🌹🌸🌹!:: भजनामृतम् ::!🌹🌸🌹
※══❖═══▩ஜ ۩۞۩ ஜ▩═══❖══※
🌹🌟 राधे नाम संग हरि बोल 🌟🌹
※❖ॐ∥▩∥श्री∥ஜ ۩۞۩ ஜ∥श्री∥▩∥ॐ❖※
गुरु चरणन् में ध्यान लगाऊं।
ऐसी सुमति हमे दो दाता ॥
मैं अधमाधम पतित पुरातन।
किस विधि भव सागर तर पाऊं ।
ऐसी दृष्टि हमें दो दाता।
खेवन हार गुरु को पाऊं ॥
गुरु चरणन् में ...
गुरुपद नख की दिव्य ज्योति से।
निज अन्तर का तिमिर मिटाऊं ।
गुरुपद पदम पराग कणों से।
अपना मन निर्मल कर पाऊं ॥
गुरु चरणन् में ...
शंखनाद सुन जीवन रन का
धर्म युद्ध में मैं लग जाऊं ।
गुरुपद रज अंजन आँखिन भर।
विश्वरुप हरि को लख पाऊं ॥
गुरु चरणन् में ...
भटके नहीं कहीं मन मेरा।
आँख मूंद जब उनको ध्याऊं ।
पीत गुलाबी शिशु से कोमल।
गुरु के चरण कमल लख पाऊं ॥
गुरु चरणन् में ध्यान लगाऊं ॥
※❖ॐ∥▩∥श्री∥ஜ ۩۞۩ ஜ∥श्री∥▩∥ॐ❖※
🌹۞☀∥ राधेकृष्ण: शरणम् ∥☀۞🌹
※❖ॐ∥▩∥श्री∥ஜ ۩۞۩ ஜ∥श्री∥▩∥ॐ❖※
🌹: कृष्णा :: श्री राधा प्रेमी :🌹
https://plus.google.com/113265611816933398824
🌹एक बार प्रेम से बोलिए ..
🌸 जय जय " श्री राधे ".....
🌹प्यारी श्री ..... " राधे "🌹
※══❖═══▩ஜ ۩۞۩ ஜ▩═══❖══※
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें