शुक्रवार, 20 जनवरी 2017

🚩🔱 ❄ /«ॐ»«ॐ»«ॐ»\ ❄ 🔱🚩

🌹🌹: प्रभात् भजनामृतम् वंदना :🌹🌹
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  🌹🌟 राधे नाम संग हरि बोल 🌟🌹
 ※❖ॐ∥▩∥श्री∥ஜ ۩۞۩ ஜ∥श्री∥▩∥ॐ❖※

अनुपम रूप, नीलमणि को री

उर धरि कर करि हाय! गिरत सोई,
लखत बार इक भूलेहुँ जो री

प्रति अंगनी छवि कोटि अनंगनी,
सुषमा सुधा सार रस बोरी

जिन हीन अंगनी नैनन निरखत,
तिनहिन कहाँ कहा सरस बड़ो री

नख-सिख लखि सखी! अंखियन हूँ ते,
पल पल तलफति देखन को री

कहा ‘कृपालु  गागर मह  सागर,
आव न यतन करोड़ करो री

🌹۞☀∥ राधेकृष्ण: शरणम् ∥☀۞🌹
 ※❖ॐ∥▩∥श्री∥ஜ ۩۞۩ ஜ∥श्री∥▩∥ॐ❖※

🌹: कृष्णा :: श्री राधा प्रेमी :🌹
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          🌹एक बार प्रेम से बोलिए ..
          🌸 जय जय " श्री राधे ".....
          🌹प्यारी श्री .....  " राधे "🌹
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